सफ़र लम्बा सही चल पड़ो सवेरे - सवेरे
मिल ही जाएगा मुक़ाम सवेरे - सवेरे
मन व्यथित हुआ तन शमित भी हुआ
किसी ने नश्तर चुभोये सवेरे - सवेरे
पाँव के आबलों ने रोक रखी जो राह
क़दम भी लड़खड़ा गये सवेरे - सवेरे
प्रसून यूँ प्रमुदित हुए पात भी झर चले
दरख़्त ये भी ढ़ह जायेगा सवेरे - सवेरे
हँस के मिला करो मिल के हँसाया करो
उड़ जायेगा पंछी इक रोज सवेरे - सवेरे
डगर मुश्किल सही सफ़र तन्हा सही
निवी मुक़ाम पर है खड़ी सवेरे - सवेरे
... निवेदिता श्रीवास्तव 'निवी'
मिल ही जाएगा मुक़ाम सवेरे - सवेरे
मन व्यथित हुआ तन शमित भी हुआ
किसी ने नश्तर चुभोये सवेरे - सवेरे
पाँव के आबलों ने रोक रखी जो राह
क़दम भी लड़खड़ा गये सवेरे - सवेरे
प्रसून यूँ प्रमुदित हुए पात भी झर चले
दरख़्त ये भी ढ़ह जायेगा सवेरे - सवेरे
हँस के मिला करो मिल के हँसाया करो
उड़ जायेगा पंछी इक रोज सवेरे - सवेरे
डगर मुश्किल सही सफ़र तन्हा सही
निवी मुक़ाम पर है खड़ी सवेरे - सवेरे
... निवेदिता श्रीवास्तव 'निवी'
ईश्वर ये सवेरे सबके जीवन में लाते रहें | बहुत ही प्रेरणादायी पंक्तियाँ हैं भाभी | बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंउम्दा ग़ज़़ल
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