"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।
लम्हे कहते
यादें समेट लेते
बीतते पल !
आज था कल
कल बना है आज
सच का पल !
दुआ है मेरी
शुभ हो कल्याण हो
सभी साथ हों ! #निवी
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