तुम्हारी ’हूं’.............
बस एक 'हूँ' !
वाचाल मौन या
मौन कथन
तुम्हारी 'हूं' !
पार्थ की उलझन या
कान्हा की सुलझन
तुम्हारी 'हूं' !
लाडले की लोरी या
वेदों का गान
तुम्हारी ’हूं’ !
कभी ध्यान देतीं
कभी अनसुनी करती
तुम्हारी 'हूं' !
ये छोटी सी
एक अक्षरी
'हूं '???????????
निवेदिता
बहुतही बढ़िया.
जवाब देंहटाएंसादर
बेहतरीन रचना के लिए बधाई ।
जवाब देंहटाएंsunder ati sunder
जवाब देंहटाएंछोटी सी हूँ ...
जवाब देंहटाएंहर सवाल का एक जवाब !
बेहतरीन, सुगढ़ कविता, सूक्ष्मता में पगी।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना के लिए बधाई.
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