वीर बाँकुरे ...
देश के रक्षक वीर बाँकुरे ,
आन देश की रखते प्यारे ।
अपनी माटी शीश सजा के,
ऊंची राष्ट्र ध्वजा फहरा के ।।
जय हिन्द का घोष हैं करते ,
निज प्राण का मोह ना करते ।
गगन धरा या सागर गहरा ,
हर जगह लगाते हैं पहरा ।।
देश हित पर करे जो शंका ,
बज रहा हो युद्ध का डंका ।
चल देती वीरों की टोली ,
जय हिन्द की लगा कर बोली ।।
अरिदल को फिर गरल पिला कर ,
धूसर में भी पुष्प खिला कर ।
झूम रही टोली बलशाली ,
इनसे हम हैं गौरवशाली ।।
.... निवेदिता श्रीवास्तव 'निवी'
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (16-08-2020) को "सुधर गया परिवेश" (चर्चा अंक-3795) पर भी होगी।
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स्वतन्त्रता दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंदेशभक्ति पूर्ण सुंदर सृजन।
जवाब देंहटाएंजय हिन्द।