जो भी है बस यही इक पल है ....
छोटे छोटे पल ,पलक से झरते रहे
छोटी छोटी बातें ,बड़ी बनती गयीं
निगाहें व्यतीत सी ,छलकती रहीं
यादें अतीत सी ,कसकती ही रहीं
सामने वर्तमान है ,सूर्य किरण सा
परछाईं सी बातें , पग थामती रहीं
... निवेदिता श्रीवास्तव "निवी"
छोटे छोटे पल ,पलक से झरते रहे
छोटी छोटी बातें ,बड़ी बनती गयीं
निगाहें व्यतीत सी ,छलकती रहीं
यादें अतीत सी ,कसकती ही रहीं
सामने वर्तमान है ,सूर्य किरण सा
परछाईं सी बातें , पग थामती रहीं
... निवेदिता श्रीवास्तव "निवी"
वाह
जवाब देंहटाएंबहुत खूब बधाई
सुन्दर
जवाब देंहटाएंसच में यही एक पल है ।
जवाब देंहटाएंवाह भावपूर्ण गहन चिंतन।
जवाब देंहटाएं