शुक्रवार, 15 अप्रैल 2022

लोरी : नयनन में सपन ...

निन्दरिया आ जा रे तू ,

नयनन में सपन सजा जा रे तू !


पलकन की डगरन पर तू

ममता की धड़कन में तू

जीवन की आशा मुस्काये

ममता की परिभाषा है तू

चन्दनिया महका जा रे तू !

नयनन में ...


आँचल की छाया मैं कर दूँ

बाँहों में तुझको मैं भर लूँ

सपनों सी मीठी हो दुनिया

फूलों से तेरी झोली मैं भर दूँ

कोयलिया लोरी सुना जा रे तू !

नयनन में ... 

#निवेदिता_श्रीवास्तव_निवी 


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