शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019

लघुकथा : निशान अँगूठी का

लघुकथा : निशान अँगूठी का

क्यों उदास बैठी हो ...
कुछ नहीं माँ ...
अब तो वह रिश्ता टूट गया जिसने तुमको तोड़ दिया था ,फिर क्यों परेशान हो ?
माँ अंगूठी तो उतार दी ,पर अंगूठी के  इस निशान का क्या करूँ ...

.... निवेदिता श्रीवास्तव 'निवी'

2 टिप्‍पणियां: