बहुत दिनों से सोच रही थी इस साल क्या संकल्प लूं ,लेकिन नया साल पहले आ गया और मैं पीछे ही रह गयी ।खैर better late than never इससे प्रेरित हो कर अब संकलिप्त हो लेती हूं कि अब कोई भी नया संकल्प न लेने की ,कम से कम इस वर्ष । वैसे भी करते तो हम वही हैं जो मन करता है । संकल्प तो काम करने के बाद ही याद आता है।जो काम हम नहीं कर पाते हैं उस के लिये हम संकल्प का बहाना बना लेते हैं ।अपने किसी भी किये या अनकिये काम के लिये दूसरे को ज़िम्मेदार ठहराने के लिये ,या यूं कहूं कि अपनी ज़िम्मेडारी से बच निकलने का चोर दरवाज़ा है ये तथाकथित संकल्प । शायद ये एक कदम है बंजारा जीवन की तरफ़ । नया साल सबके लिये सुख ,समॄद्धि , संतुष्टि और खुशियां लाये।
वाह! इस साल कोई संकल्प न करने का संकल्प बहुत ही अनोखा है.
जवाब देंहटाएंवैसे आपने सच ही लिखा भी है करते तो हम अपने मन की ही हैं और वैसे भी ये संकल्प महज कुछ दिन की खाना पूर्ती से ज्यादा कुछ नहीं होते.
नया वर्ष सपरिवार आपके लिए भी शुभ हो.
संकल्प तो काम करने के बाद ही याद आता है।
जवाब देंहटाएंxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
सच है ..परन्तु संकल्प लेना तभी सार्थक होता है ..जब वहां पर कोई विकल्प न हो
..जहाँ विकल्प होता है वहां संकल्प नहीं ..और जहाँ संकल्प होता है वहां विकल्प का प्रश्न ही पैदा नहीं होता..विचारणीय बिंदु ..शुक्रिया
आदरणीय nivedita srivastava जी
जवाब देंहटाएंआपको नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें
ईमानदार लगती हो, अच्छी कलम के लिए बधाई !
जवाब देंहटाएंKEWAL RAM JI NE BILKUL SAHI LIKH HAI ...NIVEDITA JI
जवाब देंहटाएंनया वर्ष सपरिवार आपके लिए भी शुभ हो.
जवाब देंहटाएंआदरणीय सतीश जी प्रिय यशवन्त ,केवल रामजी एवं संजय जी आप सबका धन्यवाद .
जवाब देंहटाएं