मैंने महसूस किया है ,
अपनी अंतिम साँसों को ,
माँ तुम्हारे आख़री लम्हों में !
तुम्हारी जाती साँसे ,जैसे
लेती गयीं मेरा अल्हड़पन !
एक पल में ही स्तब्ध शून्य ,
बन खो गयी उन गलियों में ,
कहीं भूले से तुम दिख जाओ ,
उंगली पकड़ फिर सम्हाल दो !
पर दूर तक फैले सन्नाटे ने ,
जैसे मेरा अकेलापन और बढ़ा ,
कुछ पल और जीने की सुना दी सजा !
-निवेदिता
maa ... bas maa
जवाब देंहटाएंगहन भाव।
जवाब देंहटाएंemotional poem...maa se bada kya hain dunia hain kuch nahi
जवाब देंहटाएंvery emotional and intense...
जवाब देंहटाएंबहुत संवेदनशील रचना .
जवाब देंहटाएंकविता के भाव अच्छे लगे।
जवाब देंहटाएंगहन भावों की सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंsundar abhivyakti
जवाब देंहटाएंदिल से लिखी गयी रचना, आभार
जवाब देंहटाएंअच्छी व भावुक रचना । मां की याद तन्हाई में दिलाने वाली
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण मर्मस्पर्शी प्रस्तुति..आभार
जवाब देंहटाएंबेहतरीन!
जवाब देंहटाएंआपका स्वागत है "नयी पुरानी हलचल" पर...यहाँ आपके ब्लॉग की किसी पोस्ट की कल होगी हलचल...
नयी-पुरानी हलचल
धन्यवाद!
माँ के होने न होने की सूक्ष्मतर भावनाओं की मुखर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंmaa... jiski kami duniya ka koi shakhs puri nhi kar sakta hai...
जवाब देंहटाएंदस जून यानी आज ही पोस्ट की है यह रचना .
जवाब देंहटाएंयहाँ ना कोई रहा है ना कोई रहेगा.एक दिन तुम,मैं हम ...सब जायेंगे.माँ को भी जाना ही था.इस पीड़ा को बहुत गहराई से महसूस कर सकती हूँ मैं टो इकलौती बेटी थी उनकी. कविता दर्द तुम्हारा न् हो कर मेरा अपना भी हो गया जैसे.असर छोड़ गई है यह.
भावनात्मक अभिव्यक्ति!!!
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण मर्मस्पर्शी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसाभार- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
maa isse bada kuch nahi hota
जवाब देंहटाएंvikas
vikasgarg23.blogspot.com
कुछ पल और जीने की सजा ......./ बेहद संजीदा मार्मिक सृजन गहराईयों में उतरता हुआ ,प्रसंसनीय जी /बहुत बहुत आभार ...
जवाब देंहटाएंमित्रों ,सराहना के लिये धन्यवाद .....
जवाब देंहटाएंइन्दु दी ,कल ही माँ-पापा की शादी की सालगिरह भी थी ..... सम्बोधन जरूर माँ था पर समर्पित दोनो को ही थी ..... सादर !
संवेदनशील अभिव्यक्ति !!
जवाब देंहटाएंमा के जाने का गहरा एहसास बहुत कुछ बदल देता है ...
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव
जवाब देंहटाएंsach main mata pita kr rahte bachpan hamesha viraajmaan rahataa hai.unse badeker is duniya main koi nahi hotaa.bahut sambedansheel rachanaa.dil ko choo gai.badhaai sweekaren.
जवाब देंहटाएंplease visit my blog.thanks.
भावुक कर देने वाली अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण मर्मस्पर्शी प्रस्तुति....जो हमे मां की याद दिलागयी
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