ट्रैफिक सिग्नल सी
टिक गयी हूँ
ज़िन्दगी के उलझे
चौरस्ते पर
जब किसी की
गति की तीव्रता को
थामना चाहा
तनी हुई भौंहों की
सौगात मिली
पर हाँ ! ये अनदेखा
कैसे कर जाती
सहज करती राहों पर
बढती गति , स्मित
बरसा मुदित सा कर जाती
गति की तीव्रता में
रहती है भिन्नता पर
चौराहे को यथावत छोड़
कभी हास तो कभी आक्रोश बरसा
अपनी मंजिल को बढ़ ही जाते हैं
वो चौराहा और उसका सिग्नल
दोनों ही एक सा ठिठक
निहारते रह जाते हैं
बस पूर्ण करने
एक दूजे के अस्तित्व को .....
-निवेदिता
आपकी इस ख़ूबसूरत प्रविष्टि को आज दिनांक 17-09-2012 को ट्रैफिक सिग्नल सी ज़िन्दगी : सोमवारीय चर्चामंच-1005 पर लिंक किया जा रहा है। सादर सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आपका ....-:)
हटाएंसार्थक सृजन , बधाई.
जवाब देंहटाएंकृपया मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" की नवीनतम पोस्ट पर भी पधारें , आभारी होऊंगा.
चौराहा और सिग्नल गति को विराम देते हैं कुछ पल के लिए ही सही !
जवाब देंहटाएंट्रैफिक .सिग्नल थोड़ी देर के लिए ही सही, नियंता तो होते ही है.
जवाब देंहटाएंकम से कम अगले चौराहों तक तो निश्चिन्त बढ़ सकते हैं।
जवाब देंहटाएंट्रैफिक सिग्नल की तरह चौरस्ते पर रूकना तो भयावह है। आनंद तो चलते रहने में ही है। एक समय आता है जिंदगी में जब जिंदगी ठहर सी जाती है। शायद कठिन, बहुत कठिन होते होंगे ये पल।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंसादर
bahut achcha likhi hain....
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति गति को नई उर्जा पाने के लिए क्षणिक विराम भी जरूरी है
जवाब देंहटाएंरुक कर चलना , चल कर रुकना ..शायद यही जीवन है. और ये ट्रेफिक सिग्नल जिंदगी ही दर्शा गए.
जवाब देंहटाएंहर किसी की जिंदगी में एक वक्त ऐसा आता ही हैं .........खूबसूरत प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंहर किसी को चाहिए अब एक ट्रेफिक सिग्नल जहां गति को क्षणिक विराम लगे ,देख भाल के जाए किधर जाना है हर आदमी ....बढिया प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंआज का यह दिन कल बन जायेगा कल पीछे मुड़ के ना देख प्यारे आगे चल...शायद ट्राफिक सिंगल भी ज़िंदगी को यही संदेश देते हैं
जवाब देंहटाएंजिंदगी में हर इंसान के एक बार तो ऐसी स्थिति आती ही है ।
जवाब देंहटाएंगति की तीव्रता में
जवाब देंहटाएंरहती है भिन्नता पर
चौराहे को यथावत छोड़
कभी हास तो कभी आक्रोश बरसा
अपनी मंजिल को बढ़ ही जाते हैं
bahut sundar jeevant rachana ...badhai Nivedita ji
कभी कभी ये जीवन भी उस चौराहे की तरह ही मुलता है ... जहाँ सिग्नल भी काम नहीं करते ...
जवाब देंहटाएंjeevan ke kai rang hai aur har rang men
जवाब देंहटाएंhame rangna hota hai!
bahut sundar rachn !