तोहफ़ा
देना चाहते हो
और मेरी चाहत
पूछते हो
तो सुनो
छोटी सी
चाहत है .......
नजरें तुम्हारी
अपने चेहरे पर
अरे नहीं ..
वो तो बसी रहे
बस ,मेरे मन में !
खुशबू ..
तुम्हारी श्वांसों की
मेरी जीवन में
अरे नहीं .....
मेरी श्वांसों के हर पल में !
एह्सास ...
तुम्हारे होने का
अपने साथ में
अरे नहीं ....
परिपूरित करते
मेरे अपने अंतर्मन को !
स्थान ...
तुम्हारे वामांग में
अरे नहीं .....
तुम्हारी चाहत के
हर इक मीठे-खारे लम्हे में !
बोलो दे पाओगे
मुझको बस इतना
छोटे-छोटे लम्हे
जो ला सकें
मेरे ही नहीं
तुम्हारे भी अधरों पर
खिलखिलाती मुस्कान ......
बोलो दे पाओगे
मुझको बस इतना
छोटे-छोटे लम्हे
जो ला सकें
मेरे ही नहीं
तुम्हारे भी अधरों पर
खिलखिलाती मुस्कान ......
-निवेदिता
स्थान ...
जवाब देंहटाएंतुम्हारे वामांग में
अरे नहीं .....
तुम्हारी चाहत के
हर इक मीठे-खारे लम्हे में !
...बहुत खूब ! बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना...आभार
कोमल सुंदर ...अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंबोलो दे पाओगे
जवाब देंहटाएंमुझको बस इतना
छोटे-छोटे लम्हे
जो ला सकें
मेरे ही नहीं,,,,
बहुत अच्छी भाव भरी प्रस्तुति,,,,
RECENT POST काव्यान्जलि ...: किताबें,कुछ कहना चाहती है,....
भावपूर्ण अभिव्यक्ति.....
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी भावनायें हैं।
जवाब देंहटाएंबोलो दे पाओगे
जवाब देंहटाएंमुझको बस इतना
छोटे-छोटे लम्हे
जो ला सकें
मेरे ही नहीं
तुम्हारे भी अधरों पर
खिलखिलाती मुस्कान ......
भावमय करते शब्दों का संगम ।
भाव प्रवण रचना ..
जवाब देंहटाएंकाश ऐसा तोहफा ,.. हर आदमी अपनी पत्नी को दे
जवाब देंहटाएंस्थान ...
जवाब देंहटाएंतुम्हारे वामांग में
अरे नहीं .....
तुम्हारी चाहत के
हर इक मीठे-खारे लम्हे में !
बहुत सुन्दर रचना...भावाभिव्यक्ति अद्भुत है...बधाई स्वीकारें
नीरज
आमीन ... इस प्रेम भरी छोटी इच्छा का पूर्ण होना जरूरी है ... प्रेम पर विशवास भी तो तभी होगा ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंअरे नहीं....
अति सुन्दर रचना....
खुबसूरत कोमल भाव व्यक्त करती
अति सुन्दर रचना...:-)
very beautiful poem.....love it...love you di!
जवाब देंहटाएंजितनी सरल उतनी ही सशक्त कविता.......वाह!!
जवाब देंहटाएं..........................................................................
फ़िलहाल दे रहा हूँ
टिप्पणी रूपी एक तोहफा
....ताकि मेरे ही नहीं
....आप के अधरों पर भी
बनी रहे एक पुलकित मुस्कान ................ :-)
भावों से नाजुक शब्द...
जवाब देंहटाएंbahut hi shandar kavita
जवाब देंहटाएंThanks
http://drivingwithpen.blogspot.in/
अतिसुन्दर .
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन रचना । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंइतने छोटे में सब कुछ माँग लिया, वामन की तरह..
जवाब देंहटाएंइसमें प्रेमी के देने लायक कुछ है नहीं। फिर भी अगर वह न दे पाए,तो बदनसीबी उसकी।
जवाब देंहटाएंइतनी छोटी इतनी प्यारी ख्वाहिश - अनमोल
जवाब देंहटाएंख़ुशियां छोटे-छोटे लमहों से ही बड़ी हो जाती हैं।
जवाब देंहटाएंक्यूँ ना दे पायेंगे.....
जवाब देंहटाएंमाँगा जो ऐसे प्यार से है.
:-)
अनु
bahut sundar pyari chahatbhari rachna...
जवाब देंहटाएंbahut sundar
नन्हीं नन्हीं चाहतें, बस यही है ज़िंदगी..........सुंदर रचना...
जवाब देंहटाएंजिंदगी में जिंदगी को खोजती हैं ये ही जिंदगी ......
जवाब देंहटाएंआमीन...
जवाब देंहटाएंपढ़कर मन खुश हुआ।
भावपूर्ण
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंआपकी अनोखी चाहत दिल को छूती है.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईएगा.
उत्तर एक ही - ''तथास्तु "!
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