जीवन - ज्योति डगमगाती
तुरंत थाम कलाई को ,तलाशा
डूबती कंपकपाती नाड़ी को.....
जीवन का पर्याय बनी ,इस
नाड़ी पर ही ,मेरे भैया बांधा
इक नाजुक सा धागा सूत का
नाम दिया दुलारा सा राखी का
जब हम छोटे थे तब ही ज्यादा
अच्छे थे ....
हाथों में राखी से सजी थाली थी
सामने भाइयों की खिली कलाई थी
खिलखिलाती किलकारियों से
महकती घर की अमराई थी
अब भी पल बड़े दुलारे हैं ...
बस जीवन के दायित्व बहुत सारे हैं
बदला कुछ नहीं ,न वो धागा
न हीं अशेष मंगलकामनाएँ.....
घर हुए दूर तो क्या हुआ
दिल तो अभी भी आस-पास हैं
टीका कर पाऊँ या नहीं बस
कलाइयाँ चमकती रहें और
माथे खुशियों से दमकते रहें .....
**************** मेरे भाइयों के लिए राखी ************
-निवेदिता
घर हुए दूर तो क्या हुआ
जवाब देंहटाएंदिल तो अभी भी आस-पास हैं
टीका कर पाऊँ या नहीं बस
कलाइयाँ चमकती रहें और
माथे खुशियों से दमकते रहें .....
बहुत ही भावमय करते शब्दों के साथ बेहतरीन अभिव्यक्ति,
इस स्नेहिल पर्व की शभकामनाएं ... ।
भाईयों के प्रति स्नेह पगी प्यारी रचना
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत कविता.
जवाब देंहटाएंनिवेदिता जी बहुत सुन्दर प्यार बरसता रहे बहना का यों ही भाई पर ..बड़े सौभाग्यशाली होते हैं वो भाई जो बहना से इस तोहफे को पाते हैं -
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
रक्षाबंधन की बहुत बहुत शुभ कामनाएँ आपको।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी लगी कविता।
सादर
इतना प्यार बहन ही बरसा सकती है....बहुत प्यारी स्नेह में भीगी पोस्ट भाई के लिए ...
जवाब देंहटाएंभाई बहन का प्यार बखूबी रचना में बताया है आपने...
जवाब देंहटाएंprem ras se sarobarhai bhai ke liye
जवाब देंहटाएंbhai behan ka pyar chalk raha hai..
जवाब देंहटाएंभाई बहन का प्यार झलकता हुआ बेहद खूबसूरत कविता....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भाव.... राखी पर्व की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबेहद ख़ूबसूरत और भावपूर्ण...
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति... रक्षाबंधन के पुनीत पर्व पर बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएंप्यारी पोस्ट...... राखी के प्यारे त्योंहार की बधाई.....
जवाब देंहटाएंआज इस पावन पर्व के अवसर पर बधाई देता हूं और कामना करता हूं कि आपकी कलाई पर बंधा रक्षा सूत्र हर समय आपकी रक्षा करें।
जवाब देंहटाएंiss pyare se sneh ko barsane wali post ke liye thanx....Di:)
जवाब देंहटाएंhappy rakhi!!
यह पर्व आनन्द की अपूर्व छटा लिये हो।
जवाब देंहटाएंभाई -बहन के प्यार को दर्शाती...सुन्दर रचना .
जवाब देंहटाएंbahut sunder :)
जवाब देंहटाएंरक्षा बंधन की ढेर सारी बधाई स्वीकार करें।
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन और स्वंतत्रता दिवस पर ढेर सारी शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंभाइयों के प्रति स्नेह की गागर छलकाते ... लाजवाब और सुन्दर रचना है ...
जवाब देंहटाएंघर हुए दूर तो क्या हुआ
जवाब देंहटाएंदिल तो अभी भी आस-पास हैं
टीका कर पाऊँ या नहीं बस
कलाइयाँ चमकती रहें और
माथे खुशियों से दमकते रहें .....
बड़ी कुशलता के साथ ,जिवंत सा मार्मिक सृजन मनोरम लगा जी , शुक्रिया जी /
सुन्दर रचना है ...
जवाब देंहटाएंkya bat hain
जवाब देंहटाएंkhoobsurat kavita
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और ढेर सारी बधाईयां
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