आँखों से मन तक
बहती चली जाती हैं
सूखी तो आँखें रहती
मन उलझता जाता है
यादों के ...वादों के ....
बादल घिरते तो बहुत हैं
बिन बरसे तरस कर
भरे-भरे चले जातें हैं
वो रेत सरीखी
छोटी-छोटी बातें
पहाड़ सी भारी हो
मन में बसी रह कर
जीना दुश्वार कर जाती
गलत न वो बातें हैं
न ही यादें .... और
न वो रूखी-सूखी आँखें
गलत है सिर्फ मन का
बंजारा न हो पाना ........
-निवेदिता
भावमय शब्दों के साथ्ा बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंगलत है सिर्फ मन का
जवाब देंहटाएंबंजारा न हो पाना ........
sunder bhav..
वाह मन का बंजारा ना हो पाना…………बहुत सुन्दर भाव्।
जवाब देंहटाएंbhtrin prstuti ..akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंजैसी भी होती है, बड़ी गहरी तासीर होती है।
जवाब देंहटाएंगलत है सिर्फ मन का
जवाब देंहटाएंबंजारा न हो पाना ........
क्या भाव है.....
गलत न वो बातें हैं
जवाब देंहटाएंन ही यादें .... और
न वो रूखी-सूखी आँखें
गलत है सिर्फ मन का
बंजारा न हो पाना ........
बहुत गहन भाव सँजोये सुंदर प्रस्तुति....
मन का बंजारा ना होना और सूखे आंसुओं की तासीर . भाव प्रवण कविता .
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावों से सजी बेहतरीन रचना
जवाब देंहटाएंबादल घिरते तो बहुत हैं
जवाब देंहटाएंबिन बरसे तरस कर
भरे-भरे चले जातें हैं
भाव सजी कविता
एक भावप्रवण रचना।
जवाब देंहटाएंमन का बंजारा होना ... बहुत भाव प्रवण रचना
जवाब देंहटाएंभावमय प्रस्तुति, आप जो भी कहें पर ग़ाफ़िल तो यही कहेगा कि- ‘जादू भरे ये नैन’
जवाब देंहटाएंएक भावप्रवण रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया।
जवाब देंहटाएंसादर
सूखे आँसुओं की तासीर
जवाब देंहटाएंआँखों से मन तक
बहती चली जाती हैं ...behtarin rachan..nivedita ji kabhi mere blog pe aayiyega..sadar amantran ke sath
sapne yun hi uljhate hain aur bechara mann !
जवाब देंहटाएंhaan kaash ye man banjara ho pata...
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
चर्चा मंच
ek ek shabd gehan abhivyaki darshata hua.
जवाब देंहटाएंbahut bahut prabhavshali prastuti.
गलत है सिर्फ मन का
जवाब देंहटाएंबंजारा न हो पाना .....
बहुत उम्दा!!
bhaut umda rachnaa...
जवाब देंहटाएंsadar..
सूखे आँसुओं की तासीर
जवाब देंहटाएंआँखों से मन तक
बहती चली जाती हैं....भाव पूर्ण रचना....
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जवाब देंहटाएंweb hosting india
मन बंजारा होना .... कितना सुखद होता होगा ... काश ऐसा हो सके ...
जवाब देंहटाएंमन बंजारा हो तो जीना आसान हो जाता है. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंबादल घिरते तो बहुत हैं
जवाब देंहटाएंबिन बरसे तरस कर
भरे-भरे चले जातें हैं
बहुत ही भाव पूर्ण अभिव्यक्ति ...
शुभकामनाएं !!
बहुत अच्छे भाव लिए शानदार अभिब्यक्ति /बधाई आपको /
जवाब देंहटाएंब्लोगर्स मीट वीकली (४)के मंच पर आपका स्वागत है आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/आभार/ इसका लिंक हैhttp://hbfint.blogspot.com/2011/08/4-happy-independence-day-india.htmlधन्यवाद /