"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।
खूबसूरत सोच ....
Lovely...
सुन्दर और प्यारी रचना...:-)
वाह बहुत सुन्दर....."निगाह" पर तो दिल आ गया...:-)सस्नेहअनु
बहुत ही कोमल भावों से भरी लहरी..
बहुत सुंदर मन के भाव ...
खूबसूरत सोच ....
जवाब देंहटाएंLovely...
जवाब देंहटाएंसुन्दर और प्यारी रचना...
जवाब देंहटाएं:-)
वाह बहुत सुन्दर.....
जवाब देंहटाएं"निगाह" पर तो दिल आ गया...
:-)
सस्नेह
अनु
बहुत ही कोमल भावों से भरी लहरी..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर मन के भाव ...
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