" यादें " इस रूप में ईश्वर ने हम सब को बहुत बड़ी दुआ दी है | अगर अपने जीवन से यादों को हटा दें तो सम्भवत: ज़िन्दगी जीने लायक रहेगी ही नहीं | वर्तमान सुखद भी हो सकता है और दुखद भी ,परन्तु जब वही वर्तमान व्यतीत हो कर अतीत बन जाता है और हमारी यादों में जा बसता है ,तब वो अनमोल हो जाता है | दुःख देने वाला वर्तमान यादों में अकसर उस घटना की पीड़ा भूल ,उन पलों से जुड़े अपनों को आसपास ला देता है | कभी जिन बातों अथवा घटनाओं की पीड़ा जीवन के अंत का दर्शन कराती लगती थी ,व्यतीत बन कर अपना बचपना दिखाती जीवन का सच बता जाती है |
इन यादों का ही एहसान है कि हमारे जो अपने हमसे बिछड़ गये हैं ,उनको हम अब भी अपनी साँसों में पुनर्जीवित पाते हैं | जब भी दिल करे इन यादों की उँगली थामे उन के साथ जीये हुए पलों को पुन: जीवंत कर लेते हैं |याद कर के देखिये हाथों में पेन्सिल थमाते हुए माँ के स्नेहिल हाथ .... कभी किसी के टेढ़े बोलों के सामने बादल बन शीतल करती पिता की छवि ....... कभी किसी सवाल पर अटक जाने पर मदद को आये हुए बड़े भाई ....... हर एक अंक के लिए प्रतियोगी बन चुनौती देता अपना बहुत ही प्रिय मित्र ...... ! बेशक इनमें से कुछ समय के आगोश में समा गये हैं तो कुछ दुनिया की भूलभुलैय्या में खो गये हैं और कुछ अपने दायित्वों को वहन करने में व्यस्त ,पर सच में जब भी इनमें से किसी के बारे में सोचा जीवन जीने की लालसा पुन: बलवती हो जाती है | इनमें सबसे प्यारी यादें अपने बच्चों के बचपन की होती हैं | अपने अनाडीपन में उनकी जिन बातों से मन डर जाता था ,डगमगाते कदमों को देख उनके गिरने पर लगने वाली चोट का अंदेशा होने लगता था अब वो स्मित सी लहरा देती है |
कैसी भी हों और किसी की भी हों ये ज़िन्दगी उन यादों की शुक्रगुजार है !
इन यादों का ही एहसान है कि हमारे जो अपने हमसे बिछड़ गये हैं ,उनको हम अब भी अपनी साँसों में पुनर्जीवित पाते हैं | जब भी दिल करे इन यादों की उँगली थामे उन के साथ जीये हुए पलों को पुन: जीवंत कर लेते हैं |याद कर के देखिये हाथों में पेन्सिल थमाते हुए माँ के स्नेहिल हाथ .... कभी किसी के टेढ़े बोलों के सामने बादल बन शीतल करती पिता की छवि ....... कभी किसी सवाल पर अटक जाने पर मदद को आये हुए बड़े भाई ....... हर एक अंक के लिए प्रतियोगी बन चुनौती देता अपना बहुत ही प्रिय मित्र ...... ! बेशक इनमें से कुछ समय के आगोश में समा गये हैं तो कुछ दुनिया की भूलभुलैय्या में खो गये हैं और कुछ अपने दायित्वों को वहन करने में व्यस्त ,पर सच में जब भी इनमें से किसी के बारे में सोचा जीवन जीने की लालसा पुन: बलवती हो जाती है | इनमें सबसे प्यारी यादें अपने बच्चों के बचपन की होती हैं | अपने अनाडीपन में उनकी जिन बातों से मन डर जाता था ,डगमगाते कदमों को देख उनके गिरने पर लगने वाली चोट का अंदेशा होने लगता था अब वो स्मित सी लहरा देती है |
कैसी भी हों और किसी की भी हों ये ज़िन्दगी उन यादों की शुक्रगुजार है !
यादें जीवन को बड़ा संबल देती हैं।
जवाब देंहटाएंअसल में जीवन यादों की बुनियाद पर ही चलता है।
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत ख़ूब
जवाब देंहटाएंयादों को भूलाया नही जासकता..सुन्दर यादें...
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही ... अनमोल खजाना होती हैं यादें ।
जवाब देंहटाएंyaden bahut zaroori hain ...
जवाब देंहटाएंयादें उस सच को जीवित रखती हैं जिसे हम भूलने की कोशिश करते हैं।
जवाब देंहटाएंसादर
यादें ही तो हैं..............
जवाब देंहटाएंयादें!!!
जवाब देंहटाएंOld memories makes me nostalgic.
जवाब देंहटाएंयादें बहुत ही संभाल कर रखनी चाहिए यह बहुत कम आती हैं |
जवाब देंहटाएंbehreen post...
जवाब देंहटाएंसच में, हम भी शुक्रगुज़ार हैं।
जवाब देंहटाएंयादें......
जवाब देंहटाएंजिंदगी के आने वाले पलों को खुशगवार बना देती हैं....
behtreen post...
जवाब देंहटाएंयादें जीवन में अक्सर मिठास भर देती हैं ...
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