शनिवार, 7 दिसंबर 2019

हाइकु

हाइकु

मुरलीधर
रचाओ महारास
वृन्दा पुकारे

प्रिय हों संग
मनभाये संसार
आयी बहार

राधा मगन
बंसी बाजे मधुर
चाहे नर्तन

गाये पायल
सुध - बुध बिसरी
खिली मंजरी

मुदित मन
सजती मधुशाला
रीता है प्याला

साथ तुम्हारा
खिलाये इंद्रधनुष
इतराऊँ मैं
       .... निवेदिता श्रीवास्तव "निवी"

6 टिप्‍पणियां:

  1. जी नमस्ते,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (०८ -१२-२०१९ ) को "मैं वर्तमान की बेटी हूँ "(चर्चा अंक-३५४३) पर भी होगी
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का
    महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    ….
    अनीता सैनी

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