सोमवार, 21 मार्च 2016

21 मार्च 2016 .....

कभी मना कर रूठ जाते है वो 
कभी यूँ भी रुठ कर मनाते है

जो हार जाये वो प्यार क्या 
तकरार न हो  इजहार क्या 

नजरों से  नजरें चुराते है वो 
यूँ ही दिल में बस जाते है वो 

न कुछ  हारते हैं ,न जीतते है 
प्यार ही प्यार में जिये जाते हैं  ..... निवेदिता 

8 टिप्‍पणियां:

  1. 21 मार्च,रूठने मनाने का दिन 😊

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  2. 21 मार्च,रूठने मनाने का दिन 😊

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  3. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, " बंजारा " , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  4. चर्चा मंच में सम्मिलित करने के लिये आभार !!!

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  5. पांच लिंको का आनन्द में सम्मिलित करने के लिये आभार !!!

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