"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।
"काश मन हमारा स्लेट होता,और लिखने को एक उजला लम्हा होता"क्या बात है ,बहुत ही अर्थपूर्ण रचना। बधाई।
बहुत सुंदर और उत्तम भाव लिए हुए.... खूबसूरत रचना......
"काश मन हमारा स्लेट होता,
जवाब देंहटाएंऔर लिखने को एक उजला लम्हा होता"
क्या बात है ,बहुत ही अर्थपूर्ण रचना। बधाई।
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