डिलीट बटन कहीं होता ,
सबका जीवन
कितना स्वर्णिम होता ,
कितनी बातें कितनी यादें
डिलीट हम करते ,
कुछ को हम ,
तो कुछ हमें
डिलीट करते .
कहीं से खुद को डिलीट कर
हम खुश हो लेते ,
कहीं से खुद को डिलीट कर
हम खुशी दे लेते ,
कहीं दूर से देख
खुश हो लेते
अपने बिना
अपनों का खुश जीवन ,
जिनके तब हम
अपने नहीं होते ,
हम हों ना हों
पर वो तो
मेरे अपने ही होते ,
पर शायद
तब उनका जीवन
कहीं अधिक
सहज , सुखी , संजीवन
या कहूं सफ़ल होता
पर ये डिलीट बटन ........कहीं मिल पाता ......
काश होता ऐसा ...बहुत अच्छी प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंकृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो करें ..सेव करें ..बस हो गया .
सच कहा आपने अगर ये डिलीट बटन होता तो शायद हम ओने और सबके दुखों को डिलीट कर देते.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लिखा आपने.
दुखद पहलुओं को डिलीट करने की चाह रखे आदमी खुद एक दिन दुनिया से डिलीट हो जाता है,पर राह नहीं पाता है उम्रभर पल रहे इस हसरत को पूरी करने के...
जवाब देंहटाएंसबके दिल की बात लिख दी आपने...
आदरणीया संगीता स्वरूप जी,प्रिय सत्यम, यशवंत जी और प्रिय रंजना जी बहुत बहुत आभार।
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना ।शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंसुंदर भावाभिव्यक्ति...कविता बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है। बधाई।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंकविता बहुत सुन्दर और भावपूर्ण है। बधाई।
जवाब देंहटाएंसंजय जी उत्साहवर्धन के लिये धन्वयाद।
जवाब देंहटाएंbahuuuuuuuuut achchchchchchiiiiiiiiiii
जवाब देंहटाएंकाश ऐसा होता!
जवाब देंहटाएंसोचा हुआ सब सही हो जाये तो जीवन ही क्या है ? डिलीट बटन होता तो सारे दुखों को डिलीट मार लेते :)
जवाब देंहटाएंवाह... सुन्दर कल्पना...
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति...
सादर...
सुंदर विषय पर अच्छी कल्पनाओं की बढ़िया प्रस्तुती..उम्दा पोस्ट
जवाब देंहटाएंमेरे नए पोस्ट में स्वागत है