नटनागर सा रुप सलोना
और मुरली की मीठी तान
छोटा सा अहान लाडला
नटखट मेरी जान!
पैनकेक मन को भाए
खाए न कोई मिष्ठान
तिरछी मिरछी चितवन है
मन को भाती मुस्कान!
देवों का स्तवन दुलारा
भोले का तू गान
मंदिर का तू दीप मेरे
खुशियों की दुकान!
*
वारी जाऊँ राजदुलारे
तू है मेरी जान
सुन ले प्यारे नन्हे फरिश्ते
सबका तू अभिमान!
*
सबका है आशीष यही
छू ले तू आसमान
दिग दिगन्त तक यूँ चमके
जैसे जग में दिनमान!
#निवेदिता_श्रीवास्तव_निवी
#लखनऊ
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