बुधवार, 24 फ़रवरी 2021

एक ख़त चाय के नाम 😊


#एक_ख़त_चाय_के_नाम 😊


ऐ मेरी चाय !☕

कैसी हो ? मुझको याद कर रही हो न ! मैं भी तुमको बहुत मिस कर रही हूँ । आज भी याद करती हूँ वो सारे लम्हे जिनमें तुम रूप बदल - बदल कर मुझ तक आती थी । कभी काँच के लुभावने छोटे कप - सॉसर में ,तो कभी स्टील के मग में ... किसी में कोई कार्टून बना होता तो किसी में फूल पत्तियाँ रहतीं । मुझे तो आज भी वो कप बहुत याद आता है जिसमें जैसे - जैसे गर्मागर्म सी तुम भरती जाती तो उस की सतह पर मेरा नाम और अक्स बनता जाता था ।


स्वाद ... उफ़्फ़ ... ज़िन्दगी के कितने अलग - अलग स्वाद से भरी मिलती तुम मुझसे ... कभी अदरख तो कभी लौंग - इलायची में रची - बसी ,तो कभी ग्रीन टी के अवगुंठन में स्ट्रॉबेरी, रसबेरी ,नींबू वगैरा ... और हाँ ! कभी गुस्से में भरी ब्लैक टी भी 😅 सच कितने रंग ,कितने रूप हैं तुम्हारे ।


आज भी जब ब्लैक कॉफी पीती हूँ न ,तो पहला घूँट तुमको याद कर के ही लेती हूँ और उसकी कड़वाहट को कण्ठ में उतार लेती हूँ ❣️


सुनो तो ... जरा अपना कान इधर लाना ... ये जो मुझ में बढ़ी हुई मिठास ( शुगर ) है न ,जरा कम हो जाये दवाओं से तब मिलती हूँ तुमसे ... रोज न भी मिल सकूंगी तो क्या हुआ ,कभी - कभार तो मिल ही जाऊँगी ... तब तक तुम बस यूँ ही मेरी यादों में बसी रहना 😊


पहचान तो गयी ही होगी मुझको ... 

तुम्हारी #मैं  ... #निवी

2 टिप्‍पणियां: