झरोख़ा

"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।

शुक्रवार, 1 नवंबर 2024

लघुकथा : कटोरा संवेदनाओं का

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  लघुकथा : कटोरा संवेदनाओं का पता चला कि स्वघोषित प्रतिष्ठित लेखिका आई. सी. यू. में भर्ती हैं और उनकी मिजाजपुर्सी के लिए लोग सिर्फ़ जा ही नही...
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