झरोख़ा

"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।

शुक्रवार, 23 दिसंबर 2022

आदत

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 कोई भी आदत अच्छी है अथवा बुरी यह समझ, या कह लें कि वह ध्यान आकर्षित भी तभी कर पाती है, जब उस के परिणाम हमारे अथवा परिवार के जीवन पर पड़ने लग...
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निवेदिता श्रीवास्तव
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