झरोख़ा

"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।

बुधवार, 20 मार्च 2013

कुत्ता - पुलिस की तैनाती

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जब भी कोई राष्ट्रीय पर्व आता है अथवा विभिन्न धर्मों से सम्बन्धित कोई पर्व और हाँ ! आतंकी वारदात होने पर भी समाचार में अकसर पढ़ती थी ...
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निवेदिता श्रीवास्तव
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