झरोख़ा

"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।

रविवार, 30 सितंबर 2012

प्यार के लिए बस प्यार चाहिए ......

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प्यारा हो प्यार जरूरी नहीं  प्यार के लिए बस प्यार ही चाहिए  प्यार का दिल वीराना हो  प्यार तो बेशुमार छलकाना चाहिए  प्यारे क...
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निवेदिता श्रीवास्तव
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