झरोख़ा

"आंखों" के झरोखों से बाहर की दुनिया और "मन" के झरोखे से अपने अंदर की दुनिया देखती हूँ। बस और कुछ नहीं ।

गुरुवार, 25 नवंबर 2010

जीभ

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कुछ भी बोलने में सबसे  प्रमुख कारक  जीभ है । इसका उपयोग कितनी सावधानी से करना चाहिये , इसका ज्ञान हमें ईश्वर ने इसकी रचना करते समय ही दे दिय...
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निवेदिता श्रीवास्तव
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