tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post2176957785913109339..comments2024-01-07T14:43:29.542+05:30Comments on झरोख़ा: सोच ?निवेदिता श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-19817047566977051602011-02-26T09:22:20.691+05:302011-02-26T09:22:20.691+05:30त सही लिखा है आपकी संवेदनशीलता झलकती है... शुभकाम...त सही लिखा है आपकी संवेदनशीलता झलकती है... शुभकामनायेंSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-50909324789637158742011-02-24T20:47:16.747+05:302011-02-24T20:47:16.747+05:30प्यार में किसी को मना करना भी नकारात्मकता नहीं है।...प्यार में किसी को मना करना भी नकारात्मकता नहीं है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-85877023926937488202011-02-24T20:46:26.917+05:302011-02-24T20:46:26.917+05:30बहुत सुन्दर विचार युक्तबहुत सुन्दर विचार युक्तOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-57752395154844314902011-02-24T15:15:37.127+05:302011-02-24T15:15:37.127+05:30बहुत सही कहा है कि इस इस तरह की नकारात्मक बातों मे...बहुत सही कहा है कि इस इस तरह की नकारात्मक बातों में हमारी शुभेक्षा ही बसी होती है..हम जिसे प्यार करते हैं उसी को कुछ ऐसा काम करने से रोकते हैं जिस से हम सोचते हैं कि उनका अहित हो सकता है.ऐसा करना कभी नकारात्मक सोच नहीं हो सकती.Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-59645185139817555442011-02-24T14:59:49.755+05:302011-02-24T14:59:49.755+05:30"इस प्रकार की नकारात्मक बातों में हमारी नका..."इस प्रकार की नकारात्मक बातों में हमारी नकारात्मक सोच नहीं ,<br />शुभेच्छा ही रची-बसी रहती है"<br /><br />आप से पूर्णतः सहमत.<br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.com