tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post7435637526099237549..comments2024-01-07T14:43:29.542+05:30Comments on झरोख़ा: द्रौपदी का आकलन......निवेदिता श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-51197373979471034852012-04-20T13:53:48.394+05:302012-04-20T13:53:48.394+05:30द्रौपदी का अपराधी अर्जुन , कुंती और युधिष्टिर से ब...द्रौपदी का अपराधी अर्जुन , कुंती और युधिष्टिर से बह्दकर और कोई नहीं था !!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-69843372161945287482011-04-21T18:51:34.585+05:302011-04-21T18:51:34.585+05:30ekdum sahi tathya hai.......sansaar mein aaj tak a...ekdum sahi tathya hai.......sansaar mein aaj tak aisi koi naari nahi hui jo droupdi ki tarah yatna,laanchan,mansik sankat aur sangharsh se do-chaar hui ho.......Raginihttps://www.blogger.com/profile/18060074016004549022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-51060182148916449122011-04-21T15:57:02.616+05:302011-04-21T15:57:02.616+05:30आप सभी का आभार !
बस यूं ही कभी-कभी कोई चरित्र दिल-...आप सभी का आभार !<br />बस यूं ही कभी-कभी कोई चरित्र दिल-दिमाग पर कब्जा कर बैठते हैं और कुछ अपनी सी कहला जाते हैं ।<br />@राजेश जी ,हो सकता है कि आपकी सोच वो हो ,पर मुझे तो अभी भी द्रौपदी छली गयी प्रतीत होती है ।किसी स्त्री के बारे में कुछ अफ़वाह की सुनगुन भर हो जाये गलत तरह से द्रौपदी को याद कर लेतें हैं ।बेशक कर्ण और दुर्योधन जैसे कम ही लोग उसको लांछित करते हैं ,परन्तु उस समय बाकी के विद्वजन हस्तिनापुर की सभा जैसे खामोश ही रहते हैं ।बहरहाल सबकी अपनी सोच है । आप ने इस पोस्ट को पढा और टिप्पणी की इसका धन्यवाद !कई महानुभावॊं ने तो इतनी ज़हमत भी नही उठाई।<br />पुन: आप सबका आभार .....निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-50871056915619809592011-04-21T08:37:55.358+05:302011-04-21T08:37:55.358+05:30सार्थक प्रस्तुतिसार्थक प्रस्तुतिDeepak Sainihttps://www.blogger.com/profile/04297742055557765083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-41087699483113985682011-04-20T21:26:20.569+05:302011-04-20T21:26:20.569+05:30आपकी पीड़ा सही है....लेकिन किसी ने भी नैतिकता की द...आपकी पीड़ा सही है....लेकिन किसी ने भी नैतिकता की दृष्टि से द्रौपदी के चरित्र को कलंकित नहीं माना है....कर्ण जैसे और दुर्योधन जैसे लोगों ने न जाने क्या क्या नहीं कहा...इसलिए इस बात से द्रौपदी को दुखी नहीं होना चाहिए....रही बात अन्य कारणों की के वो दुःख का कारण बना और निष्कर्ष हुआ ये कि स्त्री की मर्यादा को अपमानित करने वाले सारे लोग दण्डित हुए हालांकि उसमे भी आपके सखा का ही योगदान रहा....<br />स्त्री की गरिमा का सम्मान हर सभ्य पुरुष करता है चाहे वो कोई भी युग हो....Rajesh Kumar 'Nachiketa'https://www.blogger.com/profile/14561203959655518033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-30671490135818304082011-04-20T20:09:29.254+05:302011-04-20T20:09:29.254+05:30पीड़ा को आपने अपने लफ़्ज़ों में बखूबी ढाला हैपीड़ा को आपने अपने लफ़्ज़ों में बखूबी ढाला हैसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-69050309403371549002011-04-20T18:51:35.656+05:302011-04-20T18:51:35.656+05:30अब अर्जुन के बारे में भी मेरा आक्रोश कम नहीं है |स...अब अर्जुन के बारे में भी मेरा आक्रोश कम नहीं है |स्वयंवर में मुझे विजित करने का अर्थ ये तो नहीं है कि मैं <br />एक जड़ पदार्थ बन गयी ! मेरी हिस्सा-बाँट करते समय मुझे संवेदनाहीन समझ लिया | अगर मेरी अस्मिता <br />की रक्षा नहीं कर सकते थे तो उनको स्वयंवर में हिस्सा ले कर मेरा जीवन उपहासास्पद नहीं बनाना था |ise vatvriksh ke liye bhejiye blog link ke saath parichay tasweerरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-43261104959057452092011-04-20T16:02:31.405+05:302011-04-20T16:02:31.405+05:30ड्रॉपदी की पीड़ा को शब्द दे दिए आपने ...ड्रॉपदी की पीड़ा को शब्द दे दिए आपने ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-31934717097584213932011-04-20T15:30:29.040+05:302011-04-20T15:30:29.040+05:30'द्रौपदी-एक नारी'.......... जीवन और अंतर्...'द्रौपदी-एक नारी'.......... जीवन और अंतर्मन की व्यथा का खरा-खरा विश्लेषणसुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-21223201418189895202011-04-20T15:24:12.350+05:302011-04-20T15:24:12.350+05:30इस पीड़ा को आपने अपने लफ़्ज़ों में बखूबी ढाला हैइस पीड़ा को आपने अपने लफ़्ज़ों में बखूबी ढाला हैरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-77019563013048390282011-04-20T15:14:48.157+05:302011-04-20T15:14:48.157+05:30द्रोपदी ने पाडवों का सही आकलन किया है .... द्रोपदी...द्रोपदी ने पाडवों का सही आकलन किया है .... द्रोपदी कि पीड़ा को आपने शब्द दिए हैं ....बहुत अच्छी पोस्टसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com