tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post5381905671604950525..comments2024-01-07T14:43:29.542+05:30Comments on झरोख़ा: बाल - शोषण का एक नया रूप ......निवेदिता श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-14035155415037787212011-11-27T23:51:55.329+05:302011-11-27T23:51:55.329+05:30"सोच" देती है दिशा..... और,
"समझ&qu..."सोच" देती है दिशा..... और,<br />"समझ" दिखाता है रास्ता --- !!<br />पर जब किसी व्यक्ति का 'विचार'...<br />शुन्यता की स्थिति में पहुँच जाए.... <br />तो फिर समझदारी से कैसा नाता ?<br />-- या फिर उस से कैसे रहे वास्ता ??<br />तब उन गलियारों से हो कर ......<br />निकलता है ----- ऐसा ही हर रास्ता !!<br />यह पेट की भूख भी अजब की होवे है ....<br />तनहा सा मन.... ना जागे है, ना सोवे है;<br />लगावे है ऐसी आग.... कि "DK भाग" !<br />DK भाग...भाग...भाग ! ... DK भाग !!sudhir68jhahttps://www.blogger.com/profile/14501750437970100469noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-80662102698424822842011-11-27T16:41:55.373+05:302011-11-27T16:41:55.373+05:30सच है। यह शोषण ही है। देख कर अंधे बने है सभी।सच है। यह शोषण ही है। देख कर अंधे बने है सभी।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-78276605094135956372011-11-26T22:48:59.025+05:302011-11-26T22:48:59.025+05:30गाहे बेगाहे ऐसे दृश्य तकरीबन हर जगह दिख ही जाते ह...गाहे बेगाहे ऐसे दृश्य तकरीबन हर जगह दिख ही जाते हैं। <br />हमारे ही शहर में आठ दस साल के बच्चे शनिवार को एक लोटे में तेल लेकर शनिदेव के नाम पर घर घर जाकर पैसे मांगने और आशीर्वाद देने का काम करते हैं.....<br /><br />आपने अपनी धार्मिक यात्रा के दौरान के इस वाक्ये को प्रस्तुत कर बाल शोषण के गंभीर विषय पर चिंतन का अवसर दिया..... सच में यह मुद्दा किसी दूसरे मुद्दों से कमतर नहीं हैं... क्योंकि बच्चो को देश का भविष्य कहा जाता है... पर अफसोस साल में सिर्फ एक दिन 14 नवम्बर को ही 'बाल दिवस' का आयोजन कर बाल शोषण के खिलाफ बडे बडे आयोजन-वर्कशाप कर हम अपने कर्तव्य को पूरा मान लेते हैं और ऐसे बच्चे साल भर शोषण के शिकार होते रहते हैं।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-29705993786007539892011-11-26T20:19:54.002+05:302011-11-26T20:19:54.002+05:30ब्लॉग वापसी और संगम में स्नान के लिए बधाई |ब्लॉग वापसी और संगम में स्नान के लिए बधाई |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-82430997979635958482011-11-26T20:05:45.359+05:302011-11-26T20:05:45.359+05:30yahi ho sakta hai ki aisi bacchon ke abhibhavkon k...yahi ho sakta hai ki aisi bacchon ke abhibhavkon ko samjhaya jaye. vo dharam k naam par vyapar chala rahe hain to dharam k naam par hi unhe dara kar sahi marg dikhaya jaye.<br /><br />sunder prastuti.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-30409995173431300672011-11-26T19:50:40.987+05:302011-11-26T19:50:40.987+05:30ऐसे नज़ारे अक्सर देखने को मिल जाते है, ह्रदय पसीज ज...ऐसे नज़ारे अक्सर देखने को मिल जाते है, ह्रदय पसीज जाता है पर क्या करे अकेला चना भाड़ तो फोड़ नहीं सकता|Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/18142745878131431235noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-57444229806772690862011-11-26T09:38:02.559+05:302011-11-26T09:38:02.559+05:30बहुत ही सार्थक मुद्दा उठाया आपने.
बाल शोषण बहुत से...बहुत ही सार्थक मुद्दा उठाया आपने.<br />बाल शोषण बहुत से रूपों में है समाज में.विशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-41147310184567672522011-11-26T00:09:11.408+05:302011-11-26T00:09:11.408+05:30बहुत ही चिंताजनक स्थिति है।बहुत ही चिंताजनक स्थिति है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-61036992646700419582011-11-25T22:48:39.353+05:302011-11-25T22:48:39.353+05:30सच है ...यह भी शोषण का ही एक रूप है....सच है ...यह भी शोषण का ही एक रूप है.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-49374382626938517852011-11-25T22:06:17.256+05:302011-11-25T22:06:17.256+05:30गहन चिंतन.....गहन चिंतन.....विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-88147588613559138152011-11-25T21:54:50.973+05:302011-11-25T21:54:50.973+05:30हरेक क्षेत्र में बच्चों का शोषण हो रहा है...बहुत म...हरेक क्षेत्र में बच्चों का शोषण हो रहा है...बहुत मर्मस्पर्शी और विचारणीय पोस्ट..<br /><br />http://batenkuchhdilkee.blogspot.com/2011/11/blog-post.htmlKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-40684774185359236472011-11-25T18:43:15.082+05:302011-11-25T18:43:15.082+05:30..यह तो बहुत गलत बात है...यह तो बहुत गलत बात है.Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-33440635801979240882011-11-25T18:26:42.971+05:302011-11-25T18:26:42.971+05:30आपने मुद्दा तो बहुत अच्छा उठाया है मगर कहाँ नही हो...आपने मुद्दा तो बहुत अच्छा उठाया है मगर कहाँ नही हो रहा बाल शोषण ………ये तो फिर भी सिर्फ़ अपने पेट भरने के लिये ये सब कर रहे है मगर आज देखिये टीवी मे सीरियल मे जगह जगह सिर्फ़ अपनी मह्त्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिये माता पिता ही अपने बच्चो को अग्रसित कर रहे है जो उम्र उनके खेलने खाने की है उसमे उन्हे पैसे और शोहरत के लालच मे झोंका जा रहा है वो भी तो बाल शोषण है…………कहाँ तक गिनाया जाये हर जगह यही आलम है और हम सभी सब देख कर भी अनदेखा कर देते हैं।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-28426574695603694142011-11-25T17:24:22.986+05:302011-11-25T17:24:22.986+05:30ऐसे नज़ारे हर ट्राफिक लाइट पर देखने को मिलते है ......ऐसे नज़ारे हर ट्राफिक लाइट पर देखने को मिलते है .....सटीक लेख<br />पर आज तक कोई कुछ नहीं कर पाया ...आभारAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-82647146401019068882011-11-25T16:23:16.997+05:302011-11-25T16:23:16.997+05:30बच्चों को जब भी उत्श्रंखल भाव से व्यवहार करते नहीं...बच्चों को जब भी उत्श्रंखल भाव से व्यवहार करते नहीं देखता हूँ तो माथा ठनक जाता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-82807468262205694242011-11-25T15:59:23.646+05:302011-11-25T15:59:23.646+05:30आपकी बातों से पूर्णतः सहमत हूँ केवल घरों में रह रह...आपकी बातों से पूर्णतः सहमत हूँ केवल घरों में रह रहे बच्चों से तो हम बाल श्रम करवाने से बच जाते हैं मगर बाचे देश का भविष्य हैं और उस भविषय को सवारने के लिए केवल इतना किया जाना प्रयाप्त नहीं जरूरत है हर वर्ग के बाचे को बाल श्रम से बचाने की बहुत ही बढ़िया सार्थक एवं मार्मिक आलेख समय मिले कभी तो ज़रूर आयेगा मेरी पोस्ट पर शाद आपके और मेरे विचार मिल जाएँ .... http://mhare-anubhav.blogspot.com/Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-60600630110709734612011-11-25T15:40:41.636+05:302011-11-25T15:40:41.636+05:30बहुत मार्मिक प्रसंग है...सोचनीय भी
नीरजबहुत मार्मिक प्रसंग है...सोचनीय भी<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-52253959799509696902011-11-25T14:12:40.781+05:302011-11-25T14:12:40.781+05:30bilkul sahii likhaa haen yae sab bahut aam haen ut...bilkul sahii likhaa haen yae sab bahut aam haen utna hi jitna tv serial me kaam kartae bachchaeरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-57780578854980907542011-11-25T13:55:31.830+05:302011-11-25T13:55:31.830+05:30बेहद सुन्दर एवं तथ्यपूर्ण आलेख. हमें भी सोचना होगा...बेहद सुन्दर एवं तथ्यपूर्ण आलेख. हमें भी सोचना होगा हम ऐसे प्रदर्शन का प्रतिकार करे. आज गली चौराहे पर बाल्टी में तेल और लोहे की शनि मूर्ती डाले बच्चे मिल जायेगे जो शनि की महिमा नहीं जानते. ये सब हमारे देश में होता है धार्मिकता के नाम पर .एक सोचनीय विषय उठाया है आपने बधाईAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/18094849037409298228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-68824411684153268952011-11-25T13:34:35.960+05:302011-11-25T13:34:35.960+05:30kamane ka jariya hai yah ... maine bhi dekha haikamane ka jariya hai yah ... maine bhi dekha haiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com