tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post5365204913665202496..comments2024-01-07T14:43:29.542+05:30Comments on झरोख़ा: इखरे - बिखरे - निखरे आखर ( ४ )निवेदिता श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-44819056182984033812013-12-02T19:06:40.224+05:302013-12-02T19:06:40.224+05:30रीतियों का दुखद पक्ष, उत्थान जितना मर्यादित हो, अव...रीतियों का दुखद पक्ष, उत्थान जितना मर्यादित हो, अवसान भी उतना गरिमामय।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-41089041219643485342013-11-24T22:33:01.112+05:302013-11-24T22:33:01.112+05:30अम्मा स्वस्थ बनी रहें ...चश्मेबद्दूर !!!अम्मा स्वस्थ बनी रहें ...चश्मेबद्दूर !!!निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-14299324167061656752013-11-24T22:31:25.279+05:302013-11-24T22:31:25.279+05:30 आभार आपका :) आभार आपका :)निवेदिता श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/17624652603897289696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-34628604169224171292013-11-24T21:09:42.536+05:302013-11-24T21:09:42.536+05:30मेरी अम्मा अपने जीवन भर लोगों की मदद करती रहीं.. स...मेरी अम्मा अपने जीवन भर लोगों की मदद करती रहीं.. स्कूल, हस्पताल, शादी ब्याह.. किसी के लिये भी भागती रहती थीं.. पिछले महीने उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ और बाईं ओर हल्का लकवे का अटैक आया.. मेरे मुँह से एक ही प्रार्थना निकली कि परमात्मा जो सारे जीवन इतना सक्रिय रहा हो उसे शरीर त्यागने के समय भी अपने पैरों पर खड़े रहने की ताकत देना.. और यकीन मानिए उनके आत्मविश्वास ने उन्हें दस दिनों में चलना सिखा दिया और वो पिछले हफ्ते कृष्-३ देख आयीं, सबके साथ!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-21852118130996831252013-11-24T19:49:23.586+05:302013-11-24T19:49:23.586+05:30बहुत मर्मस्पर्शी....बहुत मर्मस्पर्शी....Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-91125977125870896652013-11-24T18:02:40.148+05:302013-11-24T18:02:40.148+05:30पीड़ा को शब्दों में बयाँ करना मुश्किल है ... ये ऐसा...पीड़ा को शब्दों में बयाँ करना मुश्किल है ... ये ऐसा एहसास होता है जिसको सहना ही होता है बस ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-89993269972713231122013-11-24T13:15:48.310+05:302013-11-24T13:15:48.310+05:30क्या कहें??? ... :(क्या कहें??? ... :(वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-35957625392309512442013-11-24T10:45:21.752+05:302013-11-24T10:45:21.752+05:30सच में यह पीड़ा शब्दों में बयां करना मुश्किल है ......सच में यह पीड़ा शब्दों में बयां करना मुश्किल है ..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-16801970262876955552013-11-24T07:17:46.816+05:302013-11-24T07:17:46.816+05:30सचमुच बहुत दुःख देता है जब हम कुछ कर नहीं पाते उनक...सचमुच बहुत दुःख देता है जब हम कुछ कर नहीं पाते उनके लिए !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8823361892061198472.post-15009183825399198912013-11-23T19:56:30.302+05:302013-11-23T19:56:30.302+05:30किसी भी अपने का अपने आप से दूर होना बेहद पीड़ा दायक...किसी भी अपने का अपने आप से दूर होना बेहद पीड़ा दायक होता है दी...आपने तो हमेशा के लिए जाने की बात की मुझे तो घर आए हुए किसी अपने का उसके घर लौटना भी बहुत अखरता है। सच इस पीड़ा को शब्दों में पिरो कर ब्यान नहीं किया जा सकता। Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.com